लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने आज एक अप्रत्याशित निर्णय ले लिया। बसपा ने जौनपुर से उम्मीदवार उतारकर अपने सहयोगी समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ गठबंधन कर बसपा का इरादा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल करने का है।
मायावती के इस कदम से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खासे परेशान होंगे। अखिलेश यादव जौनपुर सीट से अपने भाई और मैनपुरी सीट से सांसद तेज प्रताप सिंह यादव उर्फ तेजू को प्रत्याशी बनाना चाहते थे। लेकिन अब मायावती ने जौनपुर सीट से श्याम सिंह यादव को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पीसीएस अधिकारी श्याम सिंह यादव को जौनपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। 65 वर्ष श्याम सिंह यादव रानी पट्टी, ब्लाक मडिय़ाहूं, जौनपुर के रहने वाले हैं।
मायावती ने आज अपने लोकसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान में सबसे करारा झटका उसने अपनी सहयोगी सपा को दिया है। जौनपुर से सपा अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, किन्तु बसपा ने यहां से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अखिलेश चाहते थे कि बसपा यहां से अपना उम्मीदवार न उतारे। सपा इस सीट के बदले बलिया सीट बसपा को देने को राजी थी। सपा जौनपुर लोकसभा सीट से तेज प्रताप सिंह यादव को उतारना चाहती थी। मायावती ने सपा अध्यक्ष की इस मांग को कोई तवज्जो नहीं दी।
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