मैनपुरी: 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए लगभग 24 साल बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बसपा प्रमुख मायावती एक मंच पर नज़र आए. इस मौके पर मायावती ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुलायम सिंह को भारी बहुमत से विजयी बनाएं. पहले से भी अधिक वोट से जिताएं. मायवती ने कहा है कि गेस्टहाउस कांड के बाद भी हमने सपा से समझौता किया है. सपा के साथ गठबंधन को लेकर मैं अब और सफाई नहीं दूंगी.
पीएम मोदी की जाति पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा है कि मुलायम सिंह पीएम की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नहीं हैं. मुलायम सिंह यादव जन्मजात पिछड़े वर्ग से संबंध रखते हैं और वे पिछड़े समाज के वास्तविक नेता हैं. मुलायम सिंह की विरासत को उनके एकमात्र उत्तराधिकारी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभाला है. मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने जनता से झूठे वादे किए. भाजपा की जुमलेबाजी चुनावों में काम नहीं करने वाली है.
मायावती ने कहा कि भाजपा ने एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए. पीएम मोदी ने तो गठबंधन को सराब तक करार दे दिया. ये जनसमूह शराब नहीं, भाजपा को हटाने के नशे में हैं. दो चरण के मतदान हो चुके हैं. भाजपा की हवा खराब हो चुकी है. वहीं अखिलेश यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश बेहद नाजुक दौर से गुजर रहा है. किसान देश की आत्मा हैं. नौजवानों का भविष्य अंदर में जाते दिखाई दे रहा है. ये चुनाव देश का भविष्य निर्धारित करेगा.
खबरें और भी:-
लोकसभा चुनाव: आज अमेठी के दौरे पर प्रियंका गाँधी, लेंगी चुनाव की तैयारियों का जायज़ा
संभल में बोले सीएम योगी, कहा- जिसने बाबा साहेब का अपमान किया, उसके लिए वोट मांग रही 'बहनजी'
जब राहुल गाँधी चुनाव लड़ सकते हैं, तो साध्वी प्रज्ञा क्यों नहीं - देवेंद्र फडणवीस