लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने आज रविवार (1 जनवरी) को समाजवादी पार्टी (सपा) पर राज्य की 17 अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण से वंचित करने का इल्जाम लगाया। मायावती ने लखनऊ में एक बयान जारी करते हुए भाजपा और कांग्रेस पर आरक्षण विरोधी होने का इल्जाम लगाते हुए सपा को भी निशाने पर लिया।
मायावती ने कहा कि, सपा ने 17 अति-पिछड़ी जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की सूची से हटाकर अनुसूचित जाति (SC) वर्ग में शामिल करने का असंवैधानिक काम कर इन वर्गों के लाखों परिवारों को ओबीसी आरक्षण से वंचित कर दिया। मायावती ने कहा कि, ऐसा करने का अधिकार नहीं होने के बाद भी (तत्कालीन) सपा सरकार द्वारा यह गलत कदम उठाने से वे सभी जातियां न तो OBC में ही रह पाईं और न ही उन्हें SC में शामिल किया जा सका।
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, इस कदम को लेकर सपा सरकार को कोर्ट की लताड़ भी लगी, जबकि बसपा सरकार में SC और ST (अनुसूचित जनजाति) के साथ-साथ अति-पिछड़ों व पिछड़ों को भी आरक्षण का पूरा अधिकार एवं आदर-सम्मान दिया गया। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि, सपा की सरकारों ने अति-पिछड़ों को पूरा अधिकार न देकर उनके साथ हमेशा छल करने का काम किया। सपा ने पदोन्नति में एससी-एसटी आरक्षण समाप्त कर दिया। पार्टी ने संसद में इससे संबंधित विधेयक की कॉपी फाड़ दी और उसे पारित भी नहीं होने दिया।
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