नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने सोमवार को कहा है कि सरकार को देश की राजधानी दिल्ली में भड़की हिंसा पर संसद में खुली चर्चा कराकर सवालों का जवाब देना चाहिए। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक ट्वीट में दिल्ली हिंसा की तुलना सन 1984 के सिख विरोधी दंगों से करते हुए कहा कि हिंसा पर चर्चा नहीं कराना बेहद दुखद है।
मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि, " सन 1984 के भीषण सिख दंगे की तरह ही अभी हाल में दिल्ली के अति-हिंसक दंगे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में बेहतर होता कि आज से शुरू हुए संसद के सत्र में केन्द्र सरकार सारे काम स्थगित करके इस मामले पर खुली बहस कराकर जनता के सवालों का जवाब देती। लेकिन ऐसा नहीं करना दुःखद।"
वहीं आज संसद का बजट सत्र आरंभ होने से पहले विपक्षी दलों ने सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस ने गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया और पीएम नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, यहां पार्टी नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है।
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