नई दिल्ली: अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही उत्तर प्रदेश की सियासी हलचल बढ़ गई है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाले गए विधायकों के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की अटकलों के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर एक बार फिर हमला बोला है.
मायावती ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, 'सपा की हालत इतनी अधिक खराब हो गई है कि अब आए दिन मीडिया में बने रहने के लिए दूसरी पार्टी से निष्कासित व अपने क्षेत्र में प्रभावहीन हो चुके पूर्व विधायकों व छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं आदि तक को भी सपा प्रमुख को उन्हें कई-कई बार खुद पार्टी में शामिल कराना पड़ रहा है.' अपने अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा कि, 'ऐसा लगता है कि सपा मुखिया को अब अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा है, जबकि अन्य पार्टियों के साथ-साथ खासकर सपा के ऐसे लोगों की छानबीन करके उनमें से केवल सही लोगों को बीएसपी के स्थानीय नेता आएदिन बीएसपी में शामिल कराते रहते है, जो यह सर्वविदित है.'
इससे पहले बुधवार को मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, 'घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा, जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलम्बित किया जा चुका है.'
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