लखनऊ: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को बसपा अध्यक्ष मायावती ने दु्र्भाग्यपूर्ण बताया है. मायावती ने बुधवार को कहा कि ट्रैक्टर परेड में जो कुछ हुआ वो नहीं होना चाहिए था. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की भी मांग की.
मायावती ने बुधवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा कि, "देश की राजधानी दिल्ली में कल गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण तथा केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से ज़रूर लेना चाहिए." मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, "बसपा की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापिस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को समाप्त करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके."
बता दें कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की अनुमति मांगी थी. किसानों को निर्धारित रूट पर रैली की अनुमति दी गई, लेकिन किसानों ने दिल्ली में घुसकर जमकर उत्पात मचाया. किसानों ने ITO, नांगलोई, अक्षरधाम के पास हंगामा आरंभ कर दिया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच हिंसा हुई जिसमें 86 पुलिसकर्मी घायल हुए. इसके अलावा एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हुई है. हिंसा को लेकर सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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