लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महावीर जयंती, बुद्ध जयंती, गांधी जयंती, शिवरात्रि की तरह साधु टीएल वासवानी के जन्मदिन पर बूचड़खाने और गोश्त की दुकानें बंद रहेंगी। लखनऊ प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने इस बाबत शासनादेश भी जारी कर दिया है। शासनादेश में कहा गया है कि 25 नवंबर शुक्रवार को टीएल वासवानी के जन्मदिवस पर बूचड़खाने और मीट की दुकानें अनिवार्य रूप से बंद रखी जाएंगी। नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को इस आदेश का सख्ती से पालन करवाने के लिए कहा गया है।
शासनादेश में कहा गया है कि महावीर जयंती, बुद्ध जयंती, गांधी जयंती व शिवरात्रि के महापर्व की तरह टीएल वासवानी की जयंती पर इसे बंद रखने का निर्णय लिया गया है। साधु वासवानी मिशन के संस्थापक व स्वतंत्रता सेनानी साधु टीएल वासवानी की जयंती पर देश भर में कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। बता दें कि, 15 नवंबर 1879 को हैदराबाद में जन्मे साधु टीएल वासवानी ने उच्च शिक्षा लेने के बाद सरकारी नौकरी को छोड़कर कम उम्र में ही स्वतंत्रता संग्राम में एक्टिव हो गए थे।
टीएल वासवानी ने जीव हत्या बंद करने के लिए जीवन पर्यन्त प्रयत्न किए। वे समस्त जीवों को एक समान मानते थे। जीव मात्र के प्रति उनके मन में अगाध प्रेम था। जीव हत्या रोकने के बदले वे अपना शीश तक कटवाने को भी तैयार थे। सिर्फ जीव जन्तु ही नहीं उनका मत था कि पेड़ पौधों में भी प्राण होते हैं। इसी के कारण 25 नवंबर को उनकी जयंती के मौके पर अपर मुख्य सचिव नगर विकास ने यह शासनादेश जारी किया है।
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