जबलपुर/ब्यूरो: मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की घटना हुई है। रैगिंग की घटना पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश में रैगिंग पूरी तरह से बैन है। रतलाम की घटना किसी भी हालत में स्वीकार योग्य नहीं है। अगर शिकायत आई है, तो उस पर कार्रवाई जरूर होगी। घटना की हम जांच कर कार्रवाई करेंगे।दरअसल रतलाम जिले के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कुछ वीडियो वायरल हुए हैं। जिसमें सीनियर छात्र अपने जूनियर छात्रों को कतार में खड़ा कर उन्हें तड़ातड़ थप्पड़ जड़ रहे हैं। जब मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और वार्डन डॉ अनुराग जैन अपनी पत्नी के साथ मौके पर पहुंचते हैं, तो उन पर भी शराब की बोतलें फेंकी गईं।
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता ने पुलिस शिकायत और कठोर कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने स्वीकार किया है कि मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का यह दूसरा मामला है। जिस से रतलाम मेडिकल कॉलेज की छवि धूमिल हुई है। उनका कहना है कि इस प्रकार का कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सख्त से सख्त कार्रवाई संबंधित छात्रों पर की जाएगी।
मेडिकल कॉलज के वार्डन अनुराग जैन ने बताया कि इस मामले को एंटी रैगिंग कमेटी को सौंप दिया गया है। जिसमें से 6 छात्रों को चिन्हित किया गया है। जिनको जीवन भर के लिए मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से निकाला जाएगा। 6 महीने के लिए टर्मिनेट भी किया जाएगा। इसके बाद भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस शिकायत भी की जाएगी।
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