इंदौर। स्वास्थ्य के क्षेत्र में रीड की हड्डी का काम करने वाला विभाग जिसे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कहा जाता है अपनी 2 सूत्री मांगों को लेकर इंदौर में तकरीबन 900 स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं और इंदौर के सीएमएचओ कार्यालय के पीछे आंदोलन कर रहे है।
सन 2018 के बाद एक बार फिर स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए हड़ताल की है। हड़ताली कर्मचारियों ने 2 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल करना बताया है। संविदा कर्मचारियों को स्थाई किया जाए और निष्कासित किए गए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की बहाली इस हड़ताल के मुख्य कारण है। 20 दिसंबर से की गई इस हड़ताल को लेकर पहले दिन भगवान के सामने अपनी मांगों का पत्र सौपते हुए हाथ जोड़कर भगवान से अपने काम को जल्द होने की विनती की गई है।
की गई हड़ताल को लेकर एक महिला कर्मचारी से भी बात की गई तो उन्होंने 4 साल पहले किए गए प्रदर्शन को याद किया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथ जोड़ते हुए अपने साथ न्याय करने की गुहार की है। गौरतलब है की प्रदेश में लम्बे समय से मेडिकल कर्मचारियों की हड़ताल पर प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय नहीं लिया गया है।
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