भोपाल: मध्य प्रदेश में मीसाबंदी अब आंदोलन की रणनीति पर मंथन करने लगे हैं. मीसाबंदियों के संगठन लोकतंत्र सेनानी संगठन के अध्यक्ष तपन भौमिक ने राज्य सरकार के विरोध में इसका आह्वान किया है कि 4 दिसंबर को भोपाल में प्रदेश भर के मीसाबंदी एकत्रित होंगे और आंदोलन की रणनीति बनाएंगे. लोकतंत्र सेनानी संगठन ने यह भी कहा है कि पेंशन बंद करने के निर्णय से कई मीसाबंदियों के परिवार पर वित्तीय संकट आ जाएगा और उनके गुजर बसर का साधन समाप्त हो जाएगा.
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उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने सीएजी की रिपोर्ट को संदर्भित करते हुए आदेश जारी किया था कि इसमें बजट से अधिक पैसा खर्च हो रहा है और अब भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद ही पेंशन शुरू की जाए. वहीं भाजपा को संदेह है कि सरकार मीसाबंदी पेंशन बंद करने की तैयारी कर रही है.
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वंदे मातरम के मामले पर कांग्रेस के फैसले के बाद अब भाजपा मीसाबंदी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. ये मीसाबंदी कांग्रेस विरोधी और भाजपा समर्थक माने जाते हैं. मीसाबंदियों के संगठन 'लोकतंत्र सेनानी संगठन' के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता तपन भौमिक ने कहा है कि भले ही भौतिक सत्यापन करा लिया जाए, लेकिन पेंशन रोकने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि इस पेंशन से मीसाबंदियों के कई परिवारों का गुजरा होता है. पेंशन के बगैर मीसाबंदियों के कई परिवार सड़क पर आ जाएंगे.
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