लखनऊ। समाजवादी पार्टी की अंर्तकलह अब उत्तरप्रदेश से निकलकर दिल्ली पहुंच गई है। इस दौरान लखनऊ में प्रयास किया जा रहा है कि पार्टी का चिन्ह साइकिल दोनों गुटों के नेता अपने अपने लिए ले लें। इस तरह का प्रयास दोनों गुटों के नेताओं द्वारा किया जा रहा है और कोशिश की जा रही है कि साइकिल चिन्ह किसी एक गुट के पास पहुंच जाए। इस मामले में चुनाव आयोग से साइकिल चुनाव चिन्ह को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खेमे ने भेंट की तो दूसरी ओर मुलायम सिंह यादव की ओर से भी साइकिल चिन्ह पर दावा किया गया। इस दौरान चुनाव आयोग द्वारा कहा गया कि जहां कहीं भी अखिलेश हैं वहां पर ही असली समाजवादी पार्टी है।
इतना ही नहीं 90 प्रतिशत विधायक उनके साथ में हैं। दोनों ही गुटों के बीच इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आजम खान से नहीं मिले और वे लखनऊ चले गए। मगर लखनऊ में मुलायम सिंह अखिलेश यादव से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। दोनों नेताओं ने बातचीत की और सुलह के लिए दोनों की चर्चा जारी रही।
मगर मीडिया में यह जानकारी सामने आई कि सुलह का यह प्रयास नाकाम हो गया। मुलायम सिंह यादव की ओर से कहा गया कि रामगोपाल यादव की ओर से बुलाया गया अधिवेशन असंगत था। हालांकि यह बात सामने आई थी कि सुलह के लिए मुलायम अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं मगर टिकट वितरण भी सीएम अखिलेश को सौंपा जा सकता है लेकिन यह बात नहीं बनी और सुलह की बात नाकाम रही। गौरतलब है कि शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव के रोल को लेकर सीएम आखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच बात नहीं बन पाई।