श्रीनगर: गृह मंत्री अमित शाह के गुप्कर अलायंस पर हमले के बाद पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर इस पर प्रतिक्रिया दी है। ट्विटर पर लिखते हुए कि "पुरानी आदतें मुश्किल से मरती हैं", मुफ्ती ने पूछा कि क्या चुनाव में चुनाव भी "राष्ट्र-विरोधी" हो गए थे। बीजेपी पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने कहा कि यह केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी है जो संविधान का उल्लंघन करती है। उन्होंने आगे कहा कि भगवा पार्टी ने सत्ता के लिए अपनी भूख में गठबंधनों के लिए जाने का आरोप लगाया।
अमित शाह के जम्मू-कश्मीर गठबंधन पर तीखे हमले, जिसे उन्होंने "गुप्कर गैंग" के रूप में करार दिया, मुफ्ती ने लिखा, "पुरानी आदतें मुश्किल से मरती हैं। इससे पहले भाजपा के कथन थे कि टुकडे टुकडे गिरोह ने भारत की संप्रभुता को खतरे में डाल दिया था और वे अब 'गुप्कर गैंग' की व्यंजना का इस्तेमाल कर हमें देशद्रोही करार दे रहे हैं। अपनी भाजपा के बाद से ही विडंबना से एक लाख लोगों की मौत हो गई, जो संविधान दिवस और दिन में संविधान का उल्लंघन करता है।" उन्होंने आगे कहा, ''गठबंधन में चुनाव लड़ना भी राष्ट्र-विरोधी है। बीजेपी सत्ता के लिए अपनी भूख में कई गठजोड़ कर सकती है, लेकिन किसी भी तरह एकजुट मोर्चा लगाकर हम राष्ट्रीय हित को कम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने आम लोगों की चिंता करने वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय राजनीतिक प्रवचन में 'लव जिहाद, टुकडे टुकडे और गुप्कार गैंग' को शामिल किया। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “भाजपा ने खुद को उद्धारक और राजनीतिक विरोधियों को आंतरिक और कल्पना शत्रु के रूप में विभाजित करके भारत को विभाजित करने की चतुराई की। लव जिहाद, टुकड़े-टुकड़े और अब गुप्कर गैंग बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के बजाय राजनीतिक प्रवचन पर हावी है।"
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