श्योपुर से देवेंद्र शर्मा की रिपोर्ट
श्योपुर। श्योपुर मेडिकल कॉलेज संघर्ष समिति के बैनर तले श्योपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को शीघ्र खोले जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन श्योपुर कलेक्टर को दिया गया। जिसमें कहा गया की श्योपुर अस्पताल में गंभीर बीमारी का इलाज नहीं होता है, हमको इसके लिए राजस्थान के कोटा, जयपुर, सवाई माधोपुर, बारां जाना पड़ता है।
जहां मध्यप्रदेश के मरीजों से भर्ती करने की पर्ची 950 रुपए, बेड के रोज के 1000 रुपए, छोटे से हड्डी के ऑपरेशन के भी 19500 रुपए से आगे की ओर भी राशि लेते है। जबकि राजस्थान में 10 लाख तक का इलाज चिरंजीवी कार्ड से सभी लोगो को फ्री होता है, भामाशाह कार्ड भी लेकिन मध्यप्रदेश के आयुष्मान कार्ड को भी वो लागू नहीं करते। ऐसे में हमारे जिले का जरूरत मंद व गरीब मरीज इलाज के अभाव में मर रहा है। वर्ष 2019 में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज जिसके लिए शासन ने 50 बीघा जमीन भी आवंटित की हुई है। लेकिन इस दिशा में विगत 3 वर्षों से कोई कार्य नहीं किया गया है।
उसे शीघ्र बनवा कर शुरू किया जाए जिससे कि लोगों को इलाज के अभाव में इधर-उधर न भटकना पड़े और ना ही अपनी जान गवानी पड़े। ज्ञापन देने के लिए बिहारी सिंह सोलंकी, राघवेंद्र जाट, रईस इकबाल नागोरी, कमल शर्मा नागदा, हेमंत मुद्गल, मूलचंद मीणा नागदा, राशिद भाई, हेमेंद्र गुप्ता, देवेंद्र शर्मा, मुकेश सुमन, रामसिंह सुमन, पवन सुमन, विष्णु राठौर, कैलाश सुमन, शुभम नामा, अनिल शिवहरे, हरिओम शिवहरे, महावीर मीणा कनापुर, गजानंद राठौर आदि उपस्थित रहे।
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