इंडिया सहित कई देशों में महिलाओं को बड़ी मात्रा में ऑनलाइन दुर्व्यवहार को भी झेलना पड़ा है, जिसके लिए मेटा ने 'वीमंस सेफ्टी हब' और 'सेफ स्त्री' जैसी पहल शुरू कर दी है। सेफर इंटरनेट डे 2022 (Safer Internet Day 2022) पर मेटा (Meta) ने इन्हीं पहलों पर भी जोर देना शुरू कर दिया है, जो महिलाओं को ऑनलाइन सुरक्षित रखने में सहायता करने वाला है। ये पहल महिलाओं को हिन्दी सहित कई भाषाओं में ऑनलाइन दुनिया में बेहतर ढंग से काम करने के लिए कई उपकरणों और संसाधनों को उपलब्ध करवाने वाली है।
हेड ऑफ पॉलिसी प्रोग्राम एंड आउटरिच फेसबुक इंडिया मधु सिंह सिरोही ने इन पहल के बारे में बोला है फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हमारे समुदाय की सुरक्षा और भलाई एक प्राथमिकता भी है। हम इसमें निरंतर निवेश करने में लगे हुए है। हम लोगों ने इस कोशिश में एक वीमंस सेफ्टी हब और एक अभियान, 'इंस्टाग्राम पर सेफ स्त्री' शुरू से कर दिया है। जिसका लाभ देश भर में पहुंचाने के लिए इसे हिंदी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध करवा सकते है। हम अपने उत्पादों, नीतियों और कार्यक्रमों के जरिये इस प्रयास को जारी रखने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं।
वीमंस सेफ्टी हब: वीमंस सेफ्टी हब पोर्टल में वीडियो ऑन डिमांड सुरक्षा प्रशिक्षण में पेश कर दी गई है। इस पर विजिट करने वाले लोगों को लाइव सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण करने की मंज़ूरी है। यह इंडिया में ज्यादा महिला उपयोगकर्ताओं को उन उपकरणों और संसाधनों के बारे में सूचना प्राप्त करने में सक्षम करने वाला है, जो उन्हें अपने सोशल मीडिया अनुभव का अधिकतम लाभ उठाने में सहायता कर सकते हैं। इसे 11 अन्य Indian languages के साथ हिंदी में भी लॉन्च किया जा चुका है, ताकि लाखों महिलाओं, विशेष रूप से अंग्रेजी न बोलने वालों को आसानी से जानकारी तक पहुंचने में भाषा की परेशानी को न झेलना पड़े।
इंस्टाग्राम पर ‘सेफ स्त्री’: यह इंस्टाग्राम की एक पहल है, जिसमे युवा मीडिया और इनसाइट्स कंपनी, युवा तथा पिंक लीगल जैसे प्लेटफार्म इसके मददगार प्लेटफार्म हैं, जो महिलाओं के अधिकारों और कानूनों को समझने, लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देने तथा महिलाओं के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफार्म देने पर भी काम कर रहे है। यह अभियान दो भाग में सामने आया- पहला, 6 भाग वाला प्रशिक्षण कार्यक्रम और दूसरा, रील पर एक कंटेंट (सामग्री) सीरीज। इसमें 6 महिला रचनाकारों के विविधतापूर्ण समूह द्वारा उनकी अपनी-अपनी मातृभाषाओं में भी बनाया जा चुका है सुरक्षा खासियतों पर प्रकाश डाला गया है, जो इंस्टाग्राम पर महिलाओं के लिए पेश कर दिया गया है। पहला, ज्यादा समावेशी ऑनलाइन स्थान बनाने के तरीकों के बारे में है।
महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम: Meta ने यूके रिवेंज पॉर्न हेल्पलाइन के साथ साझेदारी में StopNCII.org भी लॉन्च कर दिया है। इंडिया में, यह मंच सोशल मीडिया मैटर्स, सेंटर फॉर सोशल रिसर्च और रेड डॉट फाउंडेशन जैसे संगठनों के साथ मिलकर कार्य भी कर रहा हाउ और दुनिया भर में महिलाओं को नॉन-कंसेंसुअल इंटीमेट इमेजरी (एनसीआईआई) के प्रसार का मुकाबला करने और रोकने के लिए सशक्त करने वाला है। बीते 1 वर्ष में कंपनी ने फेसबुक और इंस्टाग्राम ऐप में कई सुरक्षा खासियतें भी पेश कर चुके है, जैसे हिडन वर्ड्स, लिमिट्स, कमेंट्स कंट्रोल, मल्टी-ब्लॉक और लाइक्स छिपाने का विकल्प दिया गया है।
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