छिन्दवाड़ा से शुभम सहारे की रिपोर्ट
छिंदवाड़ा/ब्यूरो। एमपीईबी प्रबंधक के तुगलकी आदेशों के खिलाफ जिले के मीटर वाचकों ने डिवीजन आफिस पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। मीटर रीडरों के प्रांतीय अध्यक्ष किरण कुमार बंशगोतिया एवं जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा के नेतृत्व मे शुरू हुए धरने में छिंदवाड़ा शहर, ग्रामीण, परासिया, अमरवाड़ा, चौरई, जुन्नारदेव डिवीजन के संजय यादव, इरफान मंसूरी, राहुल यादव, सोलंकी, संजय चौरसिया, महेश उईके, इंद्र कुमार, उमेश दुबे, जयदीप, दीपक राय सहित बडी संख्या में मीटर रीडर शामिल रहे।
मीटर रीडर जुलूस लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र देकर मांग की गई कि मीटर रीडरों की जीविका छीनने वाली नीति बंद कर कम किया गया वेतन बहाल करें एवं निकाले गए सभी मीटर रीडरों को वापस लिया जाए। मीटर रीडरों के धरने को संबोधित करते हुए ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स, ठेका अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, मप्र के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि कमलनाथजी की सरकार में 12 दिसंबर 2019 को मप्र के श्रमायुक्त ने आदेश निकालकर सभी विभाग प्रमुखों को निर्देश दिए थे कि किसी कर्मचारी को निकाला नहीं जाए एवं सरकारी विभागों में काम करने वाले किसी भी कर्मचारी को 23,870 रूपए से कम वेतन नहीं मिलना चाहिए जिस कर्मचारी ने 5 साल काम किया है उसे 28,870 रूपए वेतन दिया जाना चाहिए, श्रमायुक्त मप्र के इस आदेश को अधिकारी लागू नहीं कर रहे, उल्टे जो वेतन मिल रहा है, उसमें कटौती की जा रही है, छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के अनुबंधित मीटर रीडरों के साथ ऐसा ही किया गया जिनके वेतन 4000 रूपए तक कम कर दिए हैं।
शर्मा ने कहा कि मप्र सरकार ने छोटे, कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों की जीविका को संकट में फंसा दिया है, एमपीईबी ने दिहाडी मजदूर की तरह कर्मचारियों से काम कराने की नीति तैयार की है, जिसके तहत मीटर रीडर, आउटसोर्स कर्मियों को अधिकतम 15 दिन ही काम दिया जाएगा, सरकार की यह नीति कर्मचारी को दिहाडी मजदूर बनाने वाली है, जिसका विरोध करना जरूरी है, अनिश्चितकालीन धरना विरोध की शुरूआत है। युवा सांसद माननीय नकुलनाथजी के निर्देश पर कामगार कर्मचारी कांग्रेस आपके आंदोलन के साथ रहेगी।
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