लखनऊ : क्या आपने देश में बिना रेलवे इंजन ड्रायवर के चलने वाली ट्रेन देखी है। हालांकि देश में मानव रहित समपारों पर तो कार्य किया जा रहा है मगर इस दिशा में अभी काम होना बाकि है लेकिन यदि आपको रेलवे में बिना ड्रायवर की ट्रेन सरपट दौड़ती देखना हो तो इसके लिए आपको उत्तरप्रदेश आना होगा। जी हां, लखनऊ मैट्रो रेल काॅर्पोरेशन द्वारा शहर में मैट्रो रेल के परिचालन को इसी तरह से विकसित किया जा रहा है जिसमें बिना रेलवे इंजन ड्रायवर ट्रेन जरूरत पड़ने पर चलाई जा सकेगी।
अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन द्वारा कम्युनिकेशन बेस ट्रेन कंट्रोल सिस्टम हेतु मेट्रो के प्रधान सलाहकार से सिफारिश की गई थी। जिसमें इस तकनीक पर कार्य किया गया कि यह ट्रेन जरूरत पड़ने पर बिना चालक के भी चलाई जा सकेगी। यह तकनीक इस तरह से विकसित की गई है जिससे प्रति 90 सैकंड में मैट्रो चलाई जाएगी।
दरअसल अभी एक ट्रेन के 10 किलोमीटर तक चलने के बाद दूसरी ट्रेन को चलाया जाता है। इससे ट्रैक का उपयोग कम होता है। मगर अब ट्रैक का उपयोग बढ़ाने और ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा। इसी तरह का फंडा भी मेट्रो रेल में उपयोग किया जाएगा। मेट्रो की माॅनिटरिंग कंट्रोल रूम से होगी।
ट्रेन के कंट्रोल रूम से जानकारी फीड करने के बाद यह दिए गए निर्धारित स्टेशनों पर नियत अवधि के लिए रूक सकेगी। इंजन में लगाई गई स्क्रीन पर भी निर्देश डिस्प्ले होंगे। इससे सरकार का राजस्व भी बचेगा।