कई टेक कंपनियों में छंटनी का दौर भी बढ़ता जा रहा है. कई बड़ी कंपनियों से हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जाने लगा है. हर किसी में छंटनी का खौफ है. छंटनी में अच्छे काम कर रहे कर्मचारियों को भी निकाला जा रहा है. ऐसे में छंटनी का डर होना लाजमी है. माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला ने छंटनी के बचने के लिए कामकाजी पेशेवरों को सलाह भी दी है. खबरों का कहना है कि सत्या नडेला कई सालों से कंपनी का अहम भाग साबित हुए. वो CEO बनने से पहले उन्होंने कंपनी के की विभागों में भी कार्य कर रहे है. उन्होंने साक्षत्कार में उनका इस बारें में बोलना है कि लोगों को पूरी तरह से उन नौकरियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो वे वर्तमान में कर रहे हैं और अपने 'सर्वश्रेष्ठ काम' को प्रदर्शित करने के लिए अपनी अगली नौकरी की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी.
सत्या नडेला ने कामकाजी पेशेवरों को दी सलाह: सत्या नडेला ने बोला है कि जब वह 1992 में पहली बार कार्यालय में आए, तो उन्होंने सोचा कि उनके पास 'पृथ्वी पर सबसे बड़ा काम है और उन्हें और कुछ नहीं चाहिए'. नडेला ने टेक दिग्गज के विभिन्न विभागों में भी कार्य किया है और कई तरह की भूमिकाएं अदा की है.
आखिरकार, वह 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के CEO बने और तब से कंपनी के काम करने के तरीके और इसके लिए खड़े होने के तरीके को फिर से परिभाषित भी कर दिया है. कंपनी ने जो लेटेस्ट बदलाव किया है, वह नई बिंग की शुरुआत के साथ AI से संबंधित तकनीक की ओर परिवर्तन है.
30 साल में नडेला ने किए इतने काम: नडेला ने बोला था कि किसी को 'अपना सर्वश्रेष्ठ काम करने के लिए अपनी अगली नौकरी' का इंतजार नहीं करना जरुरी है. उन्होंने यह भी बोला है कि यदि आप यह नहीं सोचते हैं कि आप जो कर रहे हैं उससे आपकी वृद्धि होती है तो आप आगे नहीं बढ़ सकते. उसी साक्षत्कार में, नडेला ने यह भी बोला है कि माइक्रोसॉफ्ट में अपने 30 वर्षों उन्होंने कभी भी अपने काम को हल्के में नहीं लिया और महसूस किया कि वह जो काम कर रहे थे वह सबसे महत्वपूर्ण रहा था'. इस प्रकार उत्साह, प्रतिबद्धता और अधिक जिम्मेदारियां लेने की इच्छा के साथ, वह कंपनी के माध्यम से आगे बढ़े और अंततः इसके CEO बन चुके है.
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