काफी तेजी से ईरान में कोरोना वायरस की महामारी फैल रही है. इस महामारी के बीच भारत के सैकड़ों लोगों में केरल के कई मछुआरे भी शामिल हैं. केरल के 17 मछुआरों ने ईरान से एक वीडियो संदेश भेजा है और खुद को वहां से निकालने की गुहार लगाई है. केरल के विझिनजाम , पूवर और पोझियूर गांवों से ताल्लुक रखने वाले इन लोगों ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते ईरानी सरकार की ओर से लगाई गई पाबंदियों के कारण ये लोग एक कमरे में कैद होकर रह गए हैं.
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अपने खास वीडियो संदेश में केरल के इन लोगों ने कहा है कि हम चार महीने पहले भारत से ईरान मछली पकड़ने का काम करने के लिए आए थे लेकिन अब कोरोना वायरस के चलते कमरे से बाहर अपने करीबी लोगों से मिलने तक नहीं जा रहे हैं. हम भारत लौटना चाहते हैं ताकि अपने परिवार के लोगों से मिल सकें. सनद रहे अभी कुछ ही दिन पहले गुजरात के अहमदाबाद से एक खबर आई थी जिसमें बताया गया था कि ईरान में गुजरात के भी 200 से ज्यादा लोग फंसे हैं और उन्होंने भी सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र शासित जम्मू कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह ईरान में फंसे जम्मू कश्मीर के नागरिकों को सुरक्षित निकालने का बंदोबस्त करे. रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर सैंकड़ों लोग ईरान में फंसे है. इनमें बड़ी संख्या में छात्र और जियारतों की यात्रा के श्रद्धालु शामिल हैं. यही नहीं इन लोगों को निकालने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रो. सैफूद्दीन सोज ने भी केंद्रीय विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है.
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