हम आपको बता दें कमजोर पाचन क्षमता वाले लोग इसे दूध पर तरजीह दे सकते हैं और ये प्रोबायोटिक होता है। साथ ही दही खाने से पेट के इंफेक्शन्स से बचाव होता है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को यूरीनरी इंफेक्शन बार-बार होता है उन्हें दही खानी चाहिए क्योंकि ये इस समस्या को रोकता है।
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यह है ज्यादा फायदेमंद
जानकारी के मुताबिक दूध को कंप्लीट फूड माना जाता है क्योंकि इसमें वो सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो एक संतुलित आहार में होने चाहिए। ये प्रोटीन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। इसलिए यह कहना गलत हो सकता है कि दूध शरीर के लिए हानिकारक है। अगर आप वजन घटा रहे हैं तो आपके लिए लो-फैट दूध फुल-फैट से बेहतर है। फुल-फैट दूध से बने 100 ग्राम दही में 60 कैलोरी होती है जबकि लो-फैट दूध के दही में 22 कैलोरी होती है।
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ऐसे भी है लाभदायक
इसी के साथ एक दिन में 250 एमएल दही खाना सही रहता है। हालांकि इसकी मात्रा आपके बाकी के खानपान पर काफी हद तक निर्भर करती है। दही अगर दोपहर में खाई जाए तो इसके फायदे अधिक होते हैं। कोशिश करें कि दही दिन में दो बजे से पहले खा लें। जिन लोगों को अर्थराइटिस, अस्थमा, कब्ज़ और ब्लॉटिंग की समस्या बोती है उन्हें दही खाने से बचना चाहिए। अगर आपको लैक्टोज़ नुकसान करता है तब भी दही से दूर रहें।
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