इंदौर : किसान संगठन ने हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है. किसानों ने फैसला किया है कि वो हड़ताल के दौरान अनाज और फल, सब्जी नहीं लेकर आएंगे. इस दौरान गांव से शहर में दूध भी नहीं आ पायेगा. दअरसल किसान अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. इससे पहले भी जब किसानों ने इस तरह की हड़ताल की थी तब शहर में सब्जी और दूध को लेकर बहुत किल्ल्त हो गई थी. इस दौरान अनाज लेने लिए गांवों में लोगों को जाना होगा.
शनिवार को प्रेस क्लब सभागृह में किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस हड़ताल की जानकारी से लोगों को अवगत कराया. इस दौरान उन्होने गांव बंद अभियान की रूपरेखा भी बताई. किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस बार हड़ताल बड़े स्तर पर होगी.
1 से 10 जून तक देशव्यापी गांव बंद के दौरान किसान अपने घर पर ही रहेंगे. इस हड़ताल को 22 राज्यों के 130 संगठनों का समर्थन मिल सकता है. इस दौरान किसान शहर से कोई भी चीज खरीदने नहीं आएंगे. इस आंदोलन को पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा. आंदोलन के दौरान कुछ कार्यक्रम भी होंगे.
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