अर्जेंटीना की वर्ल्डकप में 36 वर्ष के उपरांत दर्ज की गई जीत का जश्न मनाने और अपने चहेते खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए ब्यूनस आयर्स की सड़कों में लाखों लोग उतर गए जिससे हर तरफ जाम लग गया और खिलाड़ियों की परेड भी आधे में ही रोकनी पड़ गई है। लोगों के हाथों में झंडे थे, वे उत्साह में नाच गा रहे थे लेकिन उनकी संख्या इतनी ज्यादा थी कि उसकी वजह से खिलाड़ियों की खुली बस में परेड रोकनी पड़ी और उन्हें हेलीकॉप्टर में परेड करवानी पड़ गई है।
अर्जेंटीना की सरकार ने इसे हवाई परेड की संज्ञा भी दे डाली है। राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज के प्रवक्ता गैब्रिएला सेरुती ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘वर्ल्ड चैंपियन पूरे मार्ग पर हेलीकॉप्टर से उड़ान भर रहे हैं क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की वजह से सड़क मार्ग से परेड जारी रखना असंभव था।' हेलीकॉप्टर ने ब्यूनस आयर्स के उन स्थानों पर उड़ान भरी जहां प्रशंसक एकत्रित रहे। जिसके उपरांत हेलीकॉप्टर राजधानी से बाहर स्थित अर्जेंटीना फुटबॉल संघ के मुख्यालय पहुंचे। कुछ प्रशंसक जिसके उपरांत भी सड़कों पर जश्न मनाते रहे लेकिन कई प्रशंसकों को निराशा थी कि वह 1986 के उपरांत पहली बार वर्ल्ड कप जीतने वाली अपनी टीम के खिलाड़ियों की झलक अब तक नहीं देख पाए।
टीम की झलक पाने के लिए सुबह से ही इंतजार कर रहे 25 साल के डिएगो बेनाविदेज ने इस बारें में बोला है कि ‘हम गुस्से में हैं क्योंकि सरकार ने इसका व्यवस्थित तरीके से आयोजन नहीं किया जिससे कि हम अच्छी तरह से जश्न सेलिब्रेट कर सकते है। उन्होंने हमसे वर्ल्डकप का मजा छीन दिया।' लेकिन कई लोग ऐसे थे जो बड़ी संख्या में प्रशंसकों के पहुंचने की वजह सरकार की मजबूरी समझते थे और इसलिए वे जश्न में डूबे हुए थे। अपनी 7 साल की बेटी के साथ पहुंचे 33 साल की निकोलस लोपेज ने कहा, ‘मैं निराश नहीं हूं। हम जश्न मना रहे हैं।'