श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में मंगलवार सुबह सेना की गश्त के दौरान एक माइन ब्लास्ट हो गया। हादसे में गोरखा राइफल्स के छह जवान घायल हुए हैं। यह घटना सुबह करीब 10:45 बजे खंबा किले के पास हुई, जब जवान नियमित पेट्रोलिंग पर थे। घटना के तुरंत बाद घायल जवानों को राजौरी के जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स के मुताबिक, अधिकतर जवानों को मामूली चोटें आई हैं और उनकी हालत स्थिर है। घायलों में हवलदार एम. गुरुंग, हवलदार जे. थप्पा, हवलदार जंग बहादुर राणा, हवलदार आर. राणा, हवलदार पी. बद्र राणा, और हवलदार वी. गुरुंग शामिल हैं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह माइन ब्लास्ट दुर्घटनावश हुआ है। नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सुरक्षा के लिए बिछाई गई बारूदी सुरंगें कभी-कभी बारिश या अन्य प्राकृतिक कारणों से बह जाती हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। सेना ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है, ताकि सटीक कारण का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह हादसा उन जोखिमों को उजागर करता है, जिनका सामना अस्थिर क्षेत्रों में गश्त के दौरान सैनिकों को करना पड़ता है। अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ रोकने के लिए बारूदी सुरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, मौसम के कारण इन सुरंगों के अपनी जगह से हटने की घटनाएं होती रहती हैं।
राजौरी की यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में एक और हादसा सामने आया था। 4 जनवरी को सेना का एक ट्रक तेज मोड़ पर नियंत्रण खो देने के कारण पहाड़ी से नीचे गिर गया था। इस दुर्घटना में चार जवानों की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हुए थे। इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि सैनिकों को न केवल दुश्मनों से, बल्कि मुश्किल भौगोलिक और प्राकृतिक परिस्थितियों से भी लगातार जूझना पड़ता है।