बंदरगाहों, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा समुद्र तट के साथ-साथ विश्व स्तरीय फ्लोटिंग अवसंरचना की स्थापना और तैनाती करने के लिए फ्लोटिंग संरचनाओं के तकनीकी विनिर्देशों के लिए एक मसौदा दिशा-निर्देश संकलित किए गए हैं और सार्वजनिक परामर्श के लिए दिशा-निर्देशों का मसौदा जारी किया गया है।
पारंपरिक घाट पर फ्लोटिंग जेटी लागत प्रभावी समाधान है, फ्लोटिंग संरचनाओं की स्थापना बहुत तेज है, पर्यावरणीय प्रभाव न्यूनतम है, विस्तार आसानी से संभव हैं, आसानी से परिवहनीय हैं, जेटी और नावों के बीच निरंतर फ्रीबोर्ड प्रदान करते हैं। मंत्रालय ने हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय मार्गदर्शक सिद्धांतों का पालन करते हुए कुछ प्रायोगिक परियोजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है। मंत्रालय पूरे भारत में 80 से अधिक फ्लोटिंग जेटी के लिए योजना बना रहा है। जनता से फीडबैक और सुझाव लेने के लिए प्रस्तावित विशिष्टताओं/तकनीकी आवश्यकताओं की अनुसूची (एसओटीआर) के साथ दिशा-निर्देशों का मसौदा जारी किया जाता है। दिशा-निर्देशों के मसौदे को उस लिंक पर एक्सेस किया जा सकता है जिसके लिए सुझावों को 11.12.2020 तक sagar.mala@nic.in को ई-मेल किया जा सकता है।
मसौदा दिशानिर्देश जारी करना और जनता से फीडबैक लेना मोदी सरकार के शासन में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य के दृष्टिकोण में एक प्रगतिशील कदम है, और इससे लाभ होगा और दीर्घकाल में तटीय समुदाय के उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
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