नई दिल्लीः पाक क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्य कोच और सेलेक्टर को उनके पद से मुक्त कर दिया है। टीम के हालिया विश्व कप में खराब प्रदर्शन को देखते हुए ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी कि बोर्ड कोई न कोई बड़ा कदम जरूर उठाने वाला है। बोर्ड ने एक नया मॉडल अपनाया है जिसमे टीम के पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक ही एक साथ कोच और मुख्य चयनकर्ता की दोहरी भूमिका निभाते दिखेंगे। गुरुवार 22 अगस्त से सात सितंबर तक चलने वाले प्रैक्टिस कैंप के लिए मिस्बाह को ‘कैम्प कमानडेंट’ की जिम्मेदारी दी गई है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो इस प्रशिक्षण कैंप के लिए खिलाड़ियों का सेलेक्शन भी मिस्बाह ने ही किया है और अब वह उन सभी को ट्रेंनिंग भी देंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यह पीसीबी एक उस नए मॉडल का भाग है। पीसीबी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक जाकिर खान ने कहा था कि सीनियर टीम के चुनाव के लिए बोर्ड पैनल के लिए तीन मॉडल को लाने पर विचार कर रहा है। पहला मॉडल में तीन-चार दूसरे सदस्य और एक चेयरमैन होगा।
दूसरे मॉडल में मुख्य चयनकर्ता के साथ छह राज्य की टीमों के कोचों के लिए यह जिम्मेदारी रहेगी कि वह बेहतर प्रतिभा को तलाशे और मुख्य चयनकर्ता को उन खिलाड़ियों के बारे में जानकारी दें। तीसरे मॉडल के अनुसार बस एक ही शख्स होगा जो मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता के तौर पर काम करेगा। उसे सभी छह राज्यों की टीमों के कोच रिपोर्ट करें और तमाम ऐसे खिलाड़ी जिनको उन्होंने चुना है उसके बारे में जानकारी दें। गौरतलब है कि बल्लेबाज कोच ग्रांट फ्लावर ने बोर्ड पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
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