अब तक आपने ऐसे ही मंदिर देखे होंगे जहां पर देवी देवता को पूजा जाता है लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने कभी सुना नहीं होगा. आपने कभी सुना है कि किसी मंदिर में मिसाइल की पूजा जाती हो. जी हाँ, आज हम ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे है. यहां मिसाइल को भगवान रूप में पूजा जाता है और ऐसा क्यों होता है आइये जानते हैं इनके बारे में क्यों है ऐसा.
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दरअसल, ओडिशा के व्हीलर द्वीप पर एक अनोखा मंदिर बना है जहां पर मिसाइल की पूजा की जाती है. खास बात तो ये है कि कोई भी मिसाइल अगर यहां से लॉन्च होती है तो पहले यहां के शिव मंदिर में इन मिसाइल के लिए कामना की जाती है. जिन्होंने अपने मिशन के लिए मिसाइलें छोड़ी हैं उन्होंने पहले इस मंदिर में आ कर अपने शीश को झुकाया है, चाहे वो डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम हों या फिर कोई और. आपको बता दें, इस द्वीप की खोज भी बहुत ही अनोखे तरीके से हुई है. भारतीय वैज्ञानिकों ने एक मिसाइल के परीक्षण से इस व्हीलर द्वीप को खोजा था.
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वैज्ञानिकों ने अपनी मिसाइल दागने के बाद इसे काफी खोजा गया और जब नहीं मिला तो तो करीब डेढ़ वर्ग किलोमीटर का द्वीप दिखाई दिया जहां उस मिसाइल का मलबा पड़ा हुआ था. इतना ही नहीं आज इसे पृथ्वी प्वाइंट भी कहा जाता है. वैज्ञानिक ने बताया कि इस द्वीप पर इस मंदिर का होना अजीब है क्योंकि यहां पर कोई आबादी नहीं है. इसी के बाद इस मंदिर में भारत की मिसाइलों की सफलता के लिए मन्नत मांगी जाने लगी और उनके लिए पूजा की जाने लगी.
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