नई दिल्ली: सरकार ने दो हजार रूपये का नया नोट तो जारी कर दिया है लेकिन इस नोट को देखने के बाद सोशल मीडिया के कुछ विद्वानों ने नोट पर बड़ी मिस्टेक होना बताया है। नोट पर मराठी भाषा में तो दोन हजार रूपया लिखा है लेकिन हिन्दी में भी दो हजार रूपये लिखने की बजाय दोन हजार रूपये लिख दिया गया है।
नोट में शब्दों का यह हेर फेर उन लोगों को समझ में नहीं आ रहा है, जो भाषाओं के अच्छे जानकार समझते है। हो सकता है कि नोट को छापने की जल्दबाजी में यह सब कुछ हो गया हो, लेकिन भारत के नोट छापने वाले इतिहास में यह बहुत बडी भूल मानी जा सकती है ऐसा सोशल मीडिया के कीड़े बने लोगो का कहना है।
जबकि सच अब हम आपको बता दे कि एक नोट पर 17 भाषाएं होती हैं, मूल्य लिखे होते हैं हिंदी अंग्रेजी में, बाकि पीछे 15 भाषाओं में लिखा होता है. असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलगू और उर्दू.
तो 2000 के जिस नोट में 'दोन' को लेकर सोशल मीडिया पर जो गड़बड़ी बताई जा रही है, असल में वह कोंकणी का शब्द है, उसे वैसे ही लिखा जाएगा जैसा लिखा है. उसमें कोई गलती नहीं है. कोई गड़बड़ी नहीं है. कोई मिसप्रिंट नहीं है. आपके नोट को कुछ नहीं होगा.