नई दिल्ली: चुनाव आयोग की एक टीम ने सरकारी अधिकारियों व मिजोरम में नागरिक संगठनों के शीर्ष निकाय के सदस्यों से विचार विमर्श करने के बाद राज्य के मुख्य चुनाव ऑफिसर (सीईओ) एस बी शशांक को हटाने का फैसला सुनाया है. यह जानकारी नागरिक समाज के एक नेता ने दी है. इस बारे में चुनाव आयोग ने प्रेस से कोई वार्ता नहीं की है.
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मुख्य सचिव अरिवंद राय व संयुक्त सीईओ को मीटिंग हॉल में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. चुनाव आयोग की टीम ने दो सीईओ, गृह सचिव ललरिनलिआना फनाई, नागरिक समूहों की शीर्ष इकाई एनजीओ को-आर्डिनेशन कमेटी के नेताओं के साथ चर्चा करते हुए ये फैसला लिया है. बंद कमरे में फैसला लिया गया, जिसके बाद टीम वहां से रवाना हो गई.
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कमेटी के अध्यक्ष वनलालरूआता ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम ने मिजोरम के सीईओ शशांक को तुरंत हटाने की उनकी मांग पर सहमति प्रकट की है. आपको बता दें कि शशांक ने कथित तौर पर राज्य में अलावा सीएपीएफ बल की तैनाती की मांग की थी व चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि राज्य के पूर्व मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआउंगो चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं. जिसके बाद मिजोरम के CM ललथनहवला ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर बोला था कि लोगों का विश्वास मुख्य निर्वाचन ऑफिसर एस बी शशांक पर से उठ गया है, इसलिए चुनाव को सही ढंग से कराने के लिए शशांक को पद पर से हटा दिया जाए.
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