गुवाहाटी: असम के गुवाहाटी के पास सोनापुर इलाके में गुरुवार को एक अवैध अतिक्रमण हटाने की मुहिम के दौरान हिंसा भड़क गई। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान हैदर अली और जुवाहिद अली के रूप में हुई है।
यह घटना तब हुई जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गुवाहाटी के पूर्वी उपनगर सोनापुर के कचुटली गांव पहुंचे थे, जहां 100 बीघा सरकारी जमीन पर लगभग 150 लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। पिछले कुछ दिनों से यह अभियान शांति से चल रहा था, लेकिन गुरुवार को एक हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ ने पुलिस पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। भीड़ ने पुलिसकर्मियों और वाहनों पर भी पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एक महिला कांस्टेबल और राजस्व सर्किल अधिकारी नितुल खातोनियार भी शामिल थीं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने पहले हवा में फायरिंग की, लेकिन जब हालात बिगड़ते गए, तो भीड़ पर फायरिंग करनी पड़ी, जिससे कई लोग घायल हो गए। घायलों को सोनापुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां हैदर अली और जुवाहिद अली की मौत हो गई। बाकी घायलों को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
यह अतिक्रमण हटाने का अभियान इसलिए शुरू किया गया था क्योंकि स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि सरकारी और आदिवासी बेल्ट भूमि पर अवैध निवासी कब्जा कर रहे हैं। जांच में यह पता चला कि कुछ संदिग्ध अवैध लोग कलंग और दिगारू नदियों के जरिए आकर जमीन पर घर बना रहे थे। प्रशासन ने इन लोगों को कई बार नोटिस देकर जगह खाली करने को कहा था, लेकिन जब उन्होंने इनकार कर दिया, तब बेदखली अभियान शुरू किया गया।
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