नई दिल्ली: कोरोना महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया पर बना हुआ है, विशेषज्ञों ने कहा है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन बनकर तैयार नहीं हो जाती है तब तक इस वायरस से पूरी तरह निजात नहीं पाई जा सकती है। पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन पर कार्य जारी है। इसी बीच अमेरिका में बन रही मॉर्डना की वैक्सीन को लेकर कहा गया है कि उसे 2021 की पहली तिमाही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध अपने प्रयोगात्मक कोविड-19 वैक्सीन की 10 करोड़ से 12.5 करोड़ खुराक के बीच होने की उम्मीद है।
अभी हाल ही में बताया गया था कि मॉर्डना की वैक्सीन 94 फीसद कारगर है. जो शरीर में एंटीबॉडी का उत्पादन के लिए प्रेरित करती है और वो तीन माह तक चलती है. fizer Inc और Moderna की कोरोना वैक्सीन आने वाले दिनों में सबसे अधिक संभावित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्राप्त करेंगे। मॉडर्ना की ट्रायल सफलताओं ने उम्मीद मिली है कि जल्द ही एक कारगर कोरोना वैक्सीन आने वाली है। वैक्सीन की प्रभावकारिता विभिन्न आयु वर्ग और नस्लों के अनुरूप पाई गई।
भारत में कोरोना की वैक्सीन की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से सोमवार को जब वैक्सीन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि आने वाले 3-4 महीनों के भीतर इस बात की पूरी संभावना है कि हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी और लोगों को टीका लगाना भी शुरू कर दिया जाएगा।
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