अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. वायरस का टीका बनाने में अमेरिका के कई शोधकर्ता लगे हुए है. लेकिन हाल ही में खबर आ रही है, कि कोरोना का टीका बनाने वाली कंपनी मॉडर्ना ने परीक्षण का समय तय कर दिया है. जुलाई में कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण के तीसरे चरण का प्रारंभ कंपनी कर सकती है. शिकागो विश्वविद्यालय के इलिनोइस के जांचकर्ताओं के अनुसार, इससे पहले एक रिपोर्ट में कहा गया कि स्टडी प्लान में बदलाव के कारण 30,000 प्रतिभागियों में शामिल वैक्सीन के लेट स्टेज ट्रायल में देरी हुई है. यह परीक्षण पहले 9 जुलाई को शुरू होने वाला था.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वैक्सीन के मानव परीक्षण में देरी हुई है. वही, मोडर्ना ने एक बयान में बताया कि जुलाई में परीक्षण हो सकता है. साथ ही कंपनी ने कहा कि, इसके कोरोना वैक्सीन उम्मीदवार mRNA-127 3 का चरण 3 परीक्षण जुलाई में शुरू होने की उम्मीद है. परीक्षण अभी जुलाई में शुरू होने की उम्मीद है और हम चरण 3 का परीक्षण शुरू करने की उम्मीद करते हैं.हमने समय पर ट्रायल शुरू करने के लिए अंतिम प्रोटोकॉल पर संरेखित करने के लिए NIH/OWS (यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ/ऑफिस ऑफ़ वर्कप्लेस सॉल्यूशंस) के साथ मिलकर काम किया है.
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आखिर क्या है मॉडर्ना वैक्सीन ?
अगर आपको नही पता तो बता दे कि मॉडर्ना वैक्सीन, एक आरएनए आधारित वैक्सीन है जो शरीर को एंटीबॉडी का उत्पादन करने में सहायता करने के लिए बनाई गई है. जिसमें कोरोना से बचाव करने की क्षमता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले महीने के अंत में कहा था कि यूके स्थित एस्ट्राज़ेनेका कोविड-19 के खिलाफ एक प्रभावी टीका विकसित करने की दौड़ में सबसे आगे है, जबकि मॉडर्ना बहुत पीछे नहीं है.
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