दिल्ली : अन्ना हजारे एक बार फिर पिछले चार दिनों से रामलीला मैदान में सक्षम किसान, सशक्त लोकपाल और चुनाव सुधार जैसी मांगो को लेकर सत्याग्रह कर रहे है. अन्ना के साथ 27 किसान समर्थक भी अनशन में शामिल हुए है. रामनवमी पर अन्ना ने कहा कि मोदी राम के भक्त हैं, लेकिन वह उनका अनुसरण नहीं करते. उन्होंने कहा कि आप राम भक्त हैं तो उनके मार्ग पर चल कर दिखाएं ना कि देश की जनता को कोरे आश्वासन दें.
अन्ना ने कहा राम ने सबको सिखाया कि भाईयों का प्यार क्या होता. माता-पिता का रिश्ता क्या होता है, सात ही पति पत्नी का रिश्ता कैसा होता है, आज सभी राजनेता राम को मानते हैं, लेकिन प्राण जाए पर वचन न जाए के कथन पर कोई अमल नहीं करता, सत्ता में आने से पहले नरेंद्र मोदी ने जनता से जो वादे किए उसे चार साल तक पूरा नहीं किया. अन्ना का स्वास्थ्य भी रविवार को प्रभावित दर्ज किया गया. उधर, आंदोलन के तीसरे दिन भी सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक संदेश नहीं पहुंचा.
रविवार देर शाम अन्ना के समर्थकों ने बिना अनुमति इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत करने की कोशिश की, मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को वहां से भगा दिया. गौरतलब है कि अन्ना का ये आंदोलन इस बार इतना असरकारक नहीं दिख रहा है, वही लोगों का समर्थन भी अन्ना को अपेक्षाकृत कम मिल रहा है.
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