नई दिल्ली: आपूर्ति की कमी के चलते लगातार बढ़ रही प्याज की कीमतों के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने तत्काल प्रभाव से सभी तरह के प्याज के निर्यात पर बैन लगा दिया है। बता दें कि मौजूदा वक़्त में प्याज की कीमतें पिछले 4 सालों की तुलना में सबसे अधिक हो गई हैं। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, प्याज की निर्यात नीति को अगले आदेशों तक मुफ्त में संशोधित किया गया है। इसलिए, प्याज की तमाम किस्मों का निर्यात तत्काल प्रभाव से बैन है।"
हांलाकि नवरात्रि की वजह से बाजारों में प्याज की कीमतों में कुछ कमी जरूर नज़र आ रही है। प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में मानसून की भारी बारिश से प्याज की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिसकी वजह से इसकी कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रमुख प्याज उत्पादक क्षेत्रों विशेषरूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में पिछले दो दिन में भीषण बारिश हुई है।
वहीं व्यापारियों का कहना है कि देश के अधिकतर हिस्सों में अभी भंडारण वाला प्याज बेचा जा रहा है। खरीफ या गर्मियों की फसल नवंबर से बाजार में आएगी। आपको बता दें कि प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह इसका न्यूनतम निर्यात मूल्य 850 डॉलर प्रति टन निर्धारित किया था ताकि निर्यात पर पाबंदी से देश के बाजारों में प्याज की आपूर्ति में कमी न आए।
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