नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके अनुसार अब ट्रेन के डिब्बों को कोरोना आइसोलेशन सेंटर बनाया जायेगा। जानकारी के अनुसार इस पर सरकार विचार कर रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेल के पास इस समय 50 से 60 हजार कोच मजूद हैं। किन्तु, फिलहाल केवल 20 हजार कोच को आइसोलेशन सेंटर बनाने की बात चल रही है।
जानकारी के अनुसार, 20 हजार कोच को आइसोलेशन सेंटर बनाने के बाद आवश्यकता पड़ने पर कोरोना के मरीजों को इन कोच में रखा जाएगा। इसके लिए इन तमाम डब्बों को सैनेटाइज किया जा रहा है। डिब्बों को सैनेटाइज करने के बाद सभी ट्रेनें RPF की निगरानी में सौंप दी गई हैं। साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया है कि कोरोना से बचाव के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्था DRDO की लैब में भी सैनेटाइजर तैयार किया जा रहा है। अब तक 20 हजार लीटर सैनेटाइजर बन चुका है। इसमें से अकेले 10 हजार लीटर सैनेटाइजर दिल्ली पुलिस को सौंपा गया है। बाकी दूसरे विभिन्न सरकारी संस्थानों को दिया गया है। इसके साथ ही DRDO ने दिल्ली पुलिस को 10 हजार मास्क की आपूर्ति भी की है।
इसके अलावा बॉडी सूट बनाने का काम भी आरंभ हो चुका है। ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री बोर्ड भी सैनेटाइजर, मास्क और बॉडी सूट बना रहा है। वहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड एक कदम आगे बढ़ाते हुए वेंटिलेटर बनाने का काम शुरू कर दिया है।
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