नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले निरंतर बढ़ते ही जा रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। अब कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए मोदी सरकार ने तीन चरणों वाली रणनीति तैयार की है। केंद्र ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के लिए राज्यों को राहत पैकेज जारी किया है। इस पैकेज का नाम इमरजेंसी रिस्पॉन्स एंड हेल्थ सिस्टम प्रेपेअरनेस पैकेज रखा गया है।
ये पैकेज शत प्रतिशत केंद्र की तरफ से वित्त पोषित है। केंद्र सरकार का अनुमान है कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई लंबी चलेगी। वहीं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजी गई चिट्ठी के अनुसार प्रोजेक्ट के तीन चरण हैं-
पहला चरण- जनवरी 2020 से जून 2020
दूसरा चरण-जुलाई 2020 से मार्च 2021
तीसरा चरण-अप्रैल 2021 से मार्च 2024
प्रथम चरण कोरोना वायरस अस्पताल विकसित करने, आइसोलेशन ब्लॉक बनाने, वेंटिलेटर की सुविधा के ICU बनाने, PPEs (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स)- N95 मास्क- वेंटिलेटर्स की उपलब्धता पर केंद्रित रहेगा।लैब नेटवर्क्स और डायग्नोस्टिक सुविधाएं बनाने पर फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही फंड का उपयोग सर्विलांस, महामारी के खिलाफ जागरूकता जगाने में भी किया जाएगा। फंड का एक हिस्सा अस्पतालों, सरकारी कार्यालयों, जनसुविधाओं और एम्बुलेंस को संक्रमण रहित बनाने पर भी खर्च किया जाएगा। वहीं दूसरे और तीसरे चरण में क्या होगा इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है, बताया जा रहा है कि ये उस समय की स्थिति पर निर्भर करेगा।
घर बैठे ATM से निकाल पाएंगे कैश, जानें कैसे
केंद्र सरकार के इस राहत पैकेज से मिट सकता है कोरोना संक्रमण
जब तक कोरोना पर नियंत्रण नहीं, फ्लाइट्स का संचालन संभव नहीं - हरदीप सिंह पूरी