नई दिल्ली: बीते कुछ समय से सियासी हलचल बहुत तेज हो गई है वही इस बीच गांधी परिवार से हालिया वक़्त में बढ़ती दूरियों के मध्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की भाजपा से नजदीकियां बढ़तीं नजर आ रहीं हैं। एक दुर्लभ घटनाक्रम में, शनिवार को गुलाम नबी आजाद के लिए मोदी सरकार रेड कारपेट पर स्वागत करती नजर आई। अवसर था, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' मुशायरे का। आत्मनिर्भर भारत के मार्ग पर बढ़ रहे हिंदुस्तान के अहसास को बयां करने के लिए हुए इस मुशायरे में मोदी सरकार के दो मंत्रियों- मुख्तार अब्बास नकवी तथा डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ कांग्रेस के असंतुष्ट नेता गुलाम नबी आजाद शिरकत करते दिखाई दिए। यहां अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर स्थित आयोजन स्थान पर कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के बैनर तथा पोस्टर लगे रहे।
वही यह प्रथम अवसर था, जब राजधानी दिल्ली में आयोजित मोदी सरकार के समारोह में किसी कांग्रेस नेता के पोस्टर नजर आए हों। अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तथा केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ प्रथम वीवीआईपी लाइक में बैठे गुलाम नबी आजाद को देखकर लोग हैरान हुए। संयोगवश, पीएमओ में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह तथा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद एक ही प्रदेश जम्मू-कश्मीर से ही नाता रखते हैं। काबिलेगौर है कि हाल में राज्यसभा में हुए विदाई कार्यक्रम के चलते पीएम मोदी की प्रशंसा पाकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद चर्चाओं में रहे हैं।
राहुल गांधी शिविर के असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं में शुमार गुलाम नबी आजाद के लिए शनिवार को दूसरा अवसर रहा, जब मोदी सरकार में उनके लिए सराहना के भाव नजर आए। कभी राजीव गांधी के बहुत वफादार रहे गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस ने इस बार फिर से राज्यसभा नहीं भेजा। कांग्रेस ने कुछ दिन पूर्व ही उनके स्थान पर मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपी है।
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