नई दिल्ली: घाटे पर घाटा झेल रही जेट एयरवेज को संकट से उबारने के लिए खुद मोदी सरकार ने पहल की है, खबर है कि सरकार ने जेट की मुश्किलें खत्म करने के लिए टाटा सन्स से मदद की गुहार लगाई है. सरकार ने टाटा सन्स से कहा है कि वह जेट एयरवेज के शेयर खरीदने की संभावनाएं तलाश करे. इस मामले के जानकारों का कहना कि जेट को संकट से निकालने की योजना के तहत टाटा सन्स सरकार से यह कहेगी कि वह इस एयरलाइंस पर सार्वजनिक बैंकों के कर्ज में कमी कर दे. ताकि टाटा सन्स अगर यह कर्ज चुकाता है तो उस पर बोझ न पड़े.
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इसके साथ ही जेट पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बकाये में भी छूट दिलवाने की कोशिश हो रही है. मामले की जानकारी रखने एक शख्स ने जेट को खरीदने की टाटा सन्स की कोशिश के बारे में ये जानकारी साझा की है. इसके लिए शुक्रवार को टाटा सन्स के बोर्ड पर इस मुद्दे पर चर्चा भी होने वाली है. इस बीच, टाटा सन्स की ओर जेट एयरवेज को खरीदे जाने की संकेत के बाद एयरलाइंस के शेयरों की कीमतों में 24 फीसदी का इजाफा हो चुका है. गुरुवार को इसके शेयरों में सर्वाधिक एक दिनी उछाल आया और इसकी कीमत 320 रुपये से ज्यादा हो गई थी.
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जेट एयरवेज में टाटा सन्स की निवेश से जहां जेट को नई जिंदगी मिलेगी वहीं टाटा सन्स बजट एयरवलाइंस इंडिगो के वर्चस्व को तोड़ सकेगा. एटीएफ के दाम में इजाफा और भारतीय एविएशन सेक्टर में जबरदस्त कंपीटिशन की वजह से जेट भारी वित्तीय संकट में है. पिछले कुछ महीनों से उसके स्टाफ को वेतन भी देरी से मिल रहा है. आपको बता दें कि जेट एयरवेज पिछले 11 साल में से नौ साल घाटे में रही है और वित्तीय संकट से उबरने के लिए वह पैसा जुटाने में लगी है, जिसके लिए मोदी सरकार ने टाटा से मदद मांगी है.
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