नई दिल्ली: राज्यसभा में मोदी सरकार को आझ एक बड़ा झटका लगा। प्रधानमंत्री द्वारा अपील किए जाने के बाद भी विपक्ष ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में संसोधन को वापस नहीं लिया और उसे पारित करा लिया। राज्यसभा में विपक्ष बहुमत में है। इसका लाभ उठाते हुए विपक्ष ने सदन में अपना प्रस्ताव बरकरार रखा।
उच्च सदन में ये प्रस्ताव कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने रखा। इस संशोधन प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार ने इस बात की प्रतिबद्धता नहीं जताई है कि सभी स्थानीय निकायों में चुनाव सुनिश्चित कराए जाएंगे। प्रस्ताव में कहा गया है कि कई राज्यों ने स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर अपनी ओर से संशोधन किए हैं जिसके लिए शिक्षा या अन्य आधारों पर लोगों को चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है।
हांलाकि कभी भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष द्वारा संसोधन प्रस्ताव लाने की परंपरा नहीं रही है, लेकिन लगातार दूसरे वर्ष भी विपक्ष ने ऐसा किया।