नई दिल्लीः टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इन दिनों परेशानी में घिर गए हैं। विडींज दौरे पर गए शमी पर कोलकाता की अलीपुर कोर्ट ने घरेलू हिंसा के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उनके खिलाफ 2018 में उनकी पत्नी हसीन जहां ने मामला दर्ज करवाया था जिसके संदर्भ में उनके खिलाफ यह वारंट जारी किया गया है।
शमी को सरेंडर करने और जमानत के लिए अप्लाइ करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक वह चार्जशीट नहीं देखते तब तक शमी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस मामले पर किसी भी तरह का ऐक्शन लेना जल्दबाजी होगी।
एक बार चार्जशीट देखने के बाद ही हम कोई फैसला ले पाएंगे। अधिकारी ने कहा कि हम समझते हैं कि गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। लेकिन हमें नहीं लगता कि हमें अभी इस मामले में दखल देने की जरूरत है। एक बार हम चार्जशीट देख लें तब हम तय करेंगे कि क्या बीसीसीआइ के संविधान के अनुसार कोई एक्शन लेने की जरूरत है। लेकिन इस समय तो मैं यही कह सकता हूं कि कुछ भी करना जल्दबाजी होगी। बोर्ड ने कहा कि अभी उनका अनुबंध खत्म नहीं किया जाएगा। उनके देश वापस लौटने के बाद जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
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