इस्लामाबाद: पाकिस्तान की कोर्ट ने पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष शहबाज शरीफ को जेल से रिहा कर दिया है. धन शोधन मामले में गत वर्ष सिंतबर से जेल में सजा काट रहे शहबाज को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया है. उनके जेल से बाहर आते ही पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया और अपने नेता पर पुष्प वर्षा की.
गुरुवार को 50-50 लाख पाकिस्तानी रुपए के दो बेल बॉन्ड भर शहबाज शरीफ को अदालत ने जेल से रिहा करने का फैसला सुनाया था. उस फैसले के बाद से ही PML-N के समर्थक बेहद उत्साहित थे और पीएम इमरान खान के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे थे. पार्टी का आरोप है कि इमरान सरकार ने उनके नेता को झूठे मामले में फंसाया है. पार्टी प्रवक्ता Marriyum Aurangzeb ने इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि लाहौर अदालत ने ना केवल शहबाज की बेगुनाही साबित की है, बल्कि इमरान सरकार की झूठी साजिश से भी पर्दा उठा दिया है. ये सरकार के भ्रष्टाचार पर झूठे प्रोपेगेंडा का अंत हो गया है.
बता दें कि पंजाब (पाकिस्तान) के पूर्व सीएम पर इल्जाम था उनके पास आय से ज्यादा संपत्ति थी. वहीं नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो ने यहां तक कहा था कि शहबाज की आमदनी में 1990 से 2018 के बीच जबरदस्त इजाफा हुआ था और वे उस बढ़ती आय पर कोई ठोस स्पष्टीकरण नहीं दे पाए थे. आंकड़ों की बात करें तो 1990 में शहबाज के परिवार के पास 16.5 मिलियन की प्रॉपर्टी थी जो 2018 में 7 बिलियन जा पहुंची. इसी पहलू पर इमरान की पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने शहबाज शरीफ को निशाने पर लिया था और बाद में उन्हें जेल भी हो गई. इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के मामले में सख्त कार्रवाई हुई थी और उन्हें अदालत की ओर से सजा का ऐलान हुआ था. उस मामले को भी लगातार उठाने का कार्य पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी ने ही किया था.
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