मानसून में खानपान ( Monsoon diet) का खास ध्यान देना चाहिए, जरा सी भी लापरवाही आपको डायरिया, डिहाइड्रेशन, थकान, भूख न लगना, उल्टी , फूड प्वॉइजनिंग आदि समस्याओं से घेर सकता है. बारिश के मौसम में अक्सर खाने की वजह से परेशानी होने लगती है. ऐसे में बारिश के मौसम में कोशिश करें घर का बना ताजा खाना खाने की. इसी के चलते आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह की डाइट को आपको फॉलो करना चाहिए.
खूब खाएं सलाद
टमाटर, खीरा से तैयार सलाद खाएं. टमाटर में विटामिन ए, विटामिन सी और लाइकोपिन होता है, जो सेहत के लिए काफी हेल्दी है. एक टमाटर में सिर्फ 35 से 40 कैलोरी होती है, लेकिन यह एक दिन में विटामिन सी की 40% और विटामिन ए की 20% जरूरत को पूरा करता है. लाइकोपिन एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो कई तरह के कैंसर से लड़ने में सहायक होता है. लाइकोपीन बैड कोलेस्ट्रॉल से भी बचाता है, जिससे हृदय रोगों की आशंका कम होती है.
लो कैलेरी फ्रूटस का सेवन
इस मौसम में तरबूज, लीची, खीरा, संतरा, अंगूर आदि खाएं. ये सभी लो कैलोरी फ्रूट्स होते हैं, जिनमें फाइबर, कैल्शियम एवं अन्य महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्वों की पर्याप्त मात्रा होती है. ये शरीर में पानी की मात्रा कम नहीं होने देते. सोडियम, पोटैशियम और विटामिन बी से भरपूर तरबूज शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है. अत: इन सब मौसमी फलों को अपने डाइट चार्ट में शामिल जरूर करें.
शरीर के लिए जूस है जरूरी
चिपचिपी गर्मी और बारिश में उमस बढ़ने के कारण शरीर को पानी की ज्यादा जरूरत होती है, इसलिए पेय पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए. इससे शरीर को पर्याप्त पानी मिलता है और उमस और चिपचिपी दोपहरी में शरीर कूल रहता है. आपको एनर्जी महसूस होगी. डाइट चार्ट में जूस भी शामिल करें. नीबू पानी से बेहतर कोई जूस नहीं. संतरा, मौसमी जैसे फलों जूस भी पी सकते हैं. नारियल पानी में कई जरूरी मिनरल्स होते हैं, जो शरीर को हाइड्रेट रखते हैं. यह पोटैशियम का अच्छा स्रोत है.
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