शिमला: देश के राज्य हिमाचल प्रदेश विधान सभा सचिवालय में बृहस्पतिवार को अपकमिंग मानसून सत्र के दृष्टिगत विधानसभा अध्यक्ष के दफ्तर कक्ष में सर्वदलीय बैठक ऑर्गनाइस की गई. बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने की. बैठक में 7 से 18 सितंबर तक ऑर्गनाइस किए जाने वाले 10 दिन के मानसून सत्र पर बातचीत की गई.
विस अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सभी मंत्रियों तथा सभी MLA से आग्रह करते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत मददगार या पीएसओ में से किसी एक को लेकर ही विधानसभा आएं. सत्र के चलते विधानसभा परिसर में चिकित्सक तथा पैरामेडिकल कर्मचारी नियुक्त रहेंगे. किसी का भी तापमान अधिक पाया गया, तो उसे डिस्पेंसरी में आईसोलेशन में भेज दिया जाएगा. विस अध्यक्ष ने कहा कि सर्दी तथा बुखार के लक्षण वाले व्यक्ति घर से ही न आएं.
साथ ही सत्र के लिए 570 तारांकित, 288 अतारांकित प्रश्न MLA की ओर से आए हैं. MLA ने 62, 101 तथा 103 नियम के तहत भी चर्चा की डिमांड की है. संसद की तर्ज पर प्रश्नकाल होगा. इसे खारिज नहीं किया गया है. मीडिया के प्रश्न पर विस अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि मिनिस्टर तथा MLA धड़ल्ले से बिना टेस्ट के सदन में नहीं आएंगे. इन्हें थर्मल स्क्रीनिंग करवानी पड़ेगी. सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, माकपा MLA राकेश सिंघा तथा निर्दलीय MLA होशियार सिंह उपस्थित रहे. विस अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि दस दिवसीय सत्र को चलाने के लिए सभी ने मंजूरी व्यक्त की है. साथ ही सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गए है.
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