नई दिल्ली: अक्सर हम देखते है कम उम्र में ही बच्चे बड़ी बीमारियों की चपेट में आ जाते है, जिसकी एक वजह लगातार 7-8 घंटो तक एक ही जगह पर एक ही अवस्था में बैठे रहना भी माना जा सकता है, ज़्यादातर हम देखते है कि विधार्थी पड़ते वक़्त एक ही जगह पर चिपक जाते है. लिहाजा वह कमर दर्द सर दर्द जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते है, नीचे पढ़िए ज़्यादा पढ़ाई करने से किन बीमारियों में ग्रस्त हो सकते है आप
- लगातार किसी भी बारीक़ चीज को देखने से आपकी आँखों पर ज़ोर पड़ता है, और ऐसा सबसे ज़्यादा पढ़ाई करते वक़्त होता है क्योकि आप लगातार बारीक शब्दों को ध्यान से पड़ते है, जिसका ज़ोर आँखों के साथ साथ आपके दिमाग पर भी पड़ता है. लिहाजा एक वक़्त ऐसा आ जाता है कि आपको सब धुंधला दिखाई देने लग जाता है और आपको चश्मे की ज़रूरत पड़ जाती है.
- लगातार एक स्थान पर बैठे रहने से रीड की हड्डी पर ज़ोर पड़ता है. क्योकि उसमे घंटो भर कोई मूमेंट नहीं होता, जिसकी वजह से विधार्थियो को कम उम्र में ही पीठ दर्द जैसी बीमारिया जकड लेती है
-क्या आपको पता है बाल झड़ने का एक कारण हम पढ़ाई को भी कह सकते है, क्योकि आजकल विधार्थी पढ़ाई से सम्बन्धित छोटी छोटी चीजों पर चिंता करने लग जाता है. जिसका असर उसके मस्तिष्क पर पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन में कमी हो जाती है जिसकी वजह से बाल झड़ने जैसे बीमारियों शुरू हो जाती है.
- कभी कभी ज़्यादा पढ़ाई करने से मानसिक संतुलन भी बिगड़ जाता है, क्योकि उस दोरान विधार्थी की सोचने समझने की शक्ति ख़त्म हो जाती है
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