लाहौर। पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 549 वीं जयंती में हिस्सा लेने के लिए, पाकिस्तान से 2300 से अधिक सिख तीर्थयात्री विशेष ट्रेनों से शनिवार को भारत के लिए रवाना हुए। इन यात्रियों को लेकर इवैक्वी ट्रस्ट प्राॅपर्टी बोर्ड के अध्यक्ष सिद्दीकुल फारूक ने जानकारी दी और कहा कि, तीर्थ यात्रियों के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।
पाकिस्तान में 10 दिन के प्रवास के तहत तीर्थयात्रियों ने गुरूद्वारा जन्मस्थान ननकाना साहिब, गुरूद्वारा पंजा साहिब हसन अब्दल और गुरूद्वारा करतार साहिब नारोवाल की यात्रा की। दरअसल इन लोगों को ईटीपीबी न्यास ने विदा किया। ये लोग शांति और सद्भाव का संदेश देने के लिए यहां आए हैं।
इस मामले में फारूक ने कहा कि, वे ननकाना साहिब में बाबा गुरू नानक विश्वविद्यालय स्थापित कर रहे हैं, समूचे विश्व से सिख इसका वित्तपोषण करने के लिए तैयार हैं। सिख धर्म को लेकर उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव ने शांति का संदेश भी दिया।
ये सभी यात्री अमन - चैन, शांति व सद्भावना का संदेश लेकर आए हैं। उनका कहना था कि, पाकिस्तान सिख गुरुओं की भूमि है, इसलिए सिख इस धरती से प्रेम करते हैं। प्रतिवर्ष दुनियाभर से श्रद्धालु बाबा गुरु नानक की जयंती पर हसन अब्दल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब में इक्क्ठा होते हैं।
प्रकाश पर्व मनाने सिख श्रद्धालु पाकिस्तान पहुंचे