लाहौर: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में लीक हुए एक सरकारी दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि प्राधिकारियों ने उन विशेषज्ञों की अनदेखी की, जो देश के पंजाब प्रांत में एक महीने का लॉकडाउन चाहते थे और जिनका अनुमान है कि प्रांतीय राजधानी लाहौर में हो सकता है कि 670,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हों।
मीडिया द्वारा विशेषज्ञों की रिपोर्ट मंगलवार को प्रकाशित किए जाने के बाद निवासियों ने सिफारिश पर ध्यान देने की जगह सरकार की पाबंदियों में ढील देने के लिए आलोचना की। रिपोर्ट लाहौर में नमूना सर्वेक्षण पर आधारित थी, जिससे 15 मई तक 245 मौतें हुई थीं। यह कागज़ात गत मार्च में लागू कोरोना वायरस पाबंदियों में पाक के पीएम इमरान खान द्वारा छूट देने के कुछ घंटे पहले सामने आया। न ने यह कहते हुए पाबंदियों में छूट का ऐलान किया है कि, पाकिस्तानियों को यह सीखना होगा कि वायरस के साथ किस तरह से रहना है क्योंकि लॉकडाउन से बीमारी का उपचार नहीं होता।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस के 3,938 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। ताजा मामलों के बाद कोरोना संक्रमितों की कुल तादाद 76 हजार को भी पार कर गई है। इनमें से 1600 से अधिक मरीज मर चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान में अभी तक कोरोना संक्रमण के कुल 76 हजार 3 सौ 98 मामले रिपोर्ट किए जा चुके हैं जिनमें से 1 हजार 6 सौ 21 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
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