नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान लोगों में भविष्य को लेकर चिंता बढ़ी हुई है. यही कारण है कि सरकार की प्रमुख रिटायरमेंट सेविंग प्लान राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) से अप्रैल-जून तिमाही में 1.03 लाख नए मेंबर जुड़े हैं. इस प्रकार NPS में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
केंद्रीय वित्त मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, इस मियाद में निजी क्ष्रेत्र से लगभग 1.03 लाख व्यक्तिगत अंशधारक और 206 कंपनियों को NPS से जोड़ा गया है. इनमें से 43 हजार लोग, कंपनियों अथवा उनके नियोक्ताओं के माध्यम से जुड़े हैं जबकि बाकी निजी तौर पर योजना में शामिल हुए हैं. NPS में नए सदस्यों के जुड़ने के साथ उसके 18 से 65 वर्ष के कॉरपोरेट अंशधारकों की तादाद 10.13 लाख पहुँच गई है. आपको बता दें कि एनपीएस के तहत 68 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारी पंजीकृत हैं जबकि 22.60 लाख प्राइवेट सेक्टर से हैं, जिनमें 7,616 कंपनियों का पंजीकरण है.
ये आंकड़े इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि देश में 25 मार्च से लगभग दो महीने तक सख्त लॉकडाउन लागू था. इस दौरान प्राइवेट सेक्टर में कई लोगों की नौकरी चली गई है, या सैलरी में कटौती कर दी गई. इसके बाद भी लोगों ने भविष्य के लिए बचत पर जोर दिया है. पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने कहा कि NPS, कॉरपोरेट कर्मचारियों के बीच बेहद सफल रही है.
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