"छी!! कितनी गंदगी है यहाँ, कितनी बदबू आ रहीं हैं. चलों यहाँ थूक देते हैं. वो खाली जगह है कचरा फेंक देते हैं. ट्रेफिक पुलिस वाला नहीं देख रहा चलो स्पीड से गाड़ी निकाल लेते हैं." ये वहीं शब्द है जो हम अपनी दिनचर्या में उपयोग करते है और बोलते ही रहते हैं. ये हमारे द्वारा किए जाने वाले कारनामे है जो हम कभी ना कभी कर ही देते हैं. भारत में आए दिन आपको ऐसे डायलॉग सुनने को मिल जाएंगे और ऐसे काम करने वाले भी. अब आज भी हम कुछ ऐसी ही चीज़ो के बारे में बात करने जा रहें है जो गलत है लेकिन हम किए जा रहें हैं.
घुस देना - हम सभी जानते है कि ये गलत है लेकिन काम निकलवाने के लिए ऐसा करना पड़ता हैं.
यहाँ पेशाब करना मना हैं - लेकिन ये हमारा अधिकार है, अब जोर से आई है तो करें भी तो क्या करें.
कचरा फेंकना - अब तो शहरों में कचरे कि गाड़ियां आ गई है लेकिन अब भी कुछ लोग है जो कहीं भी कचरा फेंक देते हैं.
ट्राफिक रूल्स - ट्राफिक रूल्स तोडना तो सभी का जन्मसिद्ध अधिकार बन चुका है हालांकि सभी को पता है कि ये गलत होता हैं.
बच्चो को बाइक देना - आज के समय में हर 10 साल के बच्चे के पास बाइक है, और जब हम दस साल के थे तो भैस चराया करते थे.
सड़क पर थूकना - आज के समय में हर तीसरा व्यक्ति सड़क पर थूकता नजर आता है, शहर को गन्दा करना लोगों ने ठान रखा हैं.
ऐतिहासिक जगहों पर अपने प्यार का इजहार करने वाले लोगों कि तो दुनिया में कमी ही नहीं हैं. आई लव यू पूजा तो हर जगह लिखा ही रहता हैं.
बिना टिकिट के सफर - बिना टिकिट के सफर करना तो लोगों कि सबसे पहली पसंद है क्योंकि टिकिट लेने का टाइम किसके पास है.
नक़ल करना - आज के समय में बोर्ड एग्जाम का कोई महत्व ही नहीं है क्योंकि आजकल नक़ल करना कोई बड़ी बात नहीं.
पार्किंग - गाड़ी तो लोग शान से जहाँ जगह मिल जाती है वहीँ खड़ी कर देते हैं.
पेशाब के वक्त ना करें ऐसी गलतियां