छतरपुर में अपने बेटे को सड़क दुर्घटना में खोने वाली मां की आत्महत्या का मामला सुनने को मिला है। महिला को बचाने का प्रयास किया गया लेकिन वह बच नहीं पाई। दो दिन तक प्राइवेट हॉस्पिटल में उपचार भी किया गया। पर उसे बचाया नहीं जा सका।
जहां इस बात का पता चला है कि छतरपुर जिले के लवकुश नगर निवासी 52 साल की महिला केसरबाई गुप्ता पति रामकिशोर गुप्ता ने जहरीला पदार्थ खा कर खुद को मौत के घाट उतार दिया। उन्हें जिला हॉस्पिटल भर्ती किया गया था। जिला हॉस्पिटल से परिजन इलाज के लिए महिला को प्राइवेट नर्मदा हॉस्पिटल ले गए थे। वहां उपचार के बीच महिला ने दम तोड़ दिया।
केसरबाई के रिश्तेदार विनोद कुमार गुप्ता ने इस बारें में कहा है कि महिला के 4 बेटे हैं। तीसरे बेटे साकेत गुप्ता, उम्र-32 साल, की एक सड़क दुर्घटना में जान चली गई थी। जिसके उपरांत से ही केसरबाई शोक में रहती थी। हमेशा कहती थी कि साकेत के पास जाना है। 2 दिन पहले उन्होंने अचानक जहरीला पदार्थ खा कर खुदकुशी करने की कोशिश की। गंभीर हालत में जिला हॉस्पिटल लाए थे। डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज चुकी है।
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