वाशिम: महाराष्ट्र के वाशिम जिले से एक अनोखी घटना सामने आ रही है यहाँ पिता ने अपने बेटे के लिए जुगाड़ करके मोटरसाइकिल बना दी। उनका बेटा अब इसी मोटरसाइकिल से कॉलेज जाता है तथा घर के बाकी काम भी करता है। जुगाड़ से बनी ई-बाइक को देखने के लिए लोगों को तांता लगा हुआ है। इसमें 20 रुपये के हैंडल पर 25 रुपए की टॉर्च को बतौर हेड लाइट लगाया गया है। साथ ही आगे-पीछे छोटे-छोटे इंडिकेटर भी इसमें लगे हैं। महंगी मोटरसाइकिल रखने वाले शाफीन के दोस्त भी इस जुगाड़ वाली ई-बाइक के कायल हो गए हैं। वे भी शाफीन से इसका एक राउंड लगाने के लिए बोलते हैं।
दरअसल, कारंजा शहर में रहने वाले रहीम खान पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं। वह लोगों के घर में जाकर इलेक्ट्रिक का काम करते हैं तथा घर में ही एक छोटी राशन की दुकान भी चलाते हैं। रहीम को दो बेटे हैं। छोटा बेटा शाफिन खान कॉलेज पैदल जाता था, जबकि उसके दोस्त मोटरसाइकिल से आते थे। यह बात बेटे ने अपने पिता को बताई। इसी बीच बेटा घर में गुमसुम रहने लगा।
वही इसकी चिंता पिता को सताने लगी कि वह बेटे को मोटरसाइकिल खरीदकर कहां से दें। तत्पश्चात, रहीम खान ने अपने बेटे की साइकिल ली एवं उसे मोटरसाइकिल बनाने के लिए काट दिया। फिर रहीम खान ने कबाड़ की दुकान में जाकर मोटरसाइकिल के लिए आवश्यक सामान खरीदा। इसमें हैंडल, टायर इत्यादि चीजें सम्मिलित थीं। इसके अतिरिक्त ई-बाइक तैयार करने के लिए उन्होंने 24 वोल्ट की मोटर एवं 24 वोल्ट की बैटरी भी खरीदी। फिर दोनों को साइकिल में लगा दिया। बैटरी मोटर को करंट देती है एवं मोटर बाइक के पहिये को घूमती है। मोटरसाइकिल बनाने में रहीम के बड़े बेटे शहदाब ने सहयोग किया। शाफीन अब इसी ई-बाइक से अपने कॉलेज जाता है। शाफीन अपने पिता के दिए गए गिफ्ट से बेहद खुश हैं एवं उसने अपने पिता को 'Thank You Papa' बोला है। पिता रहीम खान ने बताया कि इस मोटरसाइकिल को बनाने में दो महीने लगे हैं। इसे बनाने में उन्हें लगभग 18 से 20 हजार रुपये का खर्च आया है। यह ई-बाइक सिंगल चार्ज होने पर 20 किलोमीटर तक चलती है। साथ ही 50 किलो तक वजन को उठा सकती है।
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