बर्फ की सफ़ेद चादर में लिपटे पहाड़, हिमाचल और उत्तराखंड में उमड़ी पर्यटकों की भीड़

बर्फ की सफ़ेद चादर में लिपटे पहाड़, हिमाचल और उत्तराखंड में उमड़ी पर्यटकों की भीड़
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शिमला: आखिरकार, लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ही ली है। हिमाचल प्रदेश की वादियां बर्फ से ढक गई हैं, जिससे एक ओर जहां सर्दी का असर बढ़ गया है, वहीं दूसरी ओर पर्यटकों की भीड़ भी उमड़ पड़ी है। मनाली, कुल्लू, रोहतांग और अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। हालांकि, इस बर्फबारी के कारण कई क्षेत्रों में आवागमन बाधित हो गया।

मनाली-केलांग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोकनी पड़ी। अटल टनल के रास्ते पर करीब 1000 गाड़ियां फंस गईं, जिससे यात्री परेशान हो गए। लेकिन प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए रेस्क्यू अभियान चलाया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। हिमाचल की तरह उत्तराखंड में भी बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। औली, उत्तरकाशी, चकराता, बद्रीनाथ और केदारनाथ जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते पूरा नजारा सफेद हो गया है। केदारनाथ धाम में इस सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई है। यहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्य बर्फबारी के कारण प्रभावित हुए हैं। केदारनाथ में अब तक एक फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है और लगातार बर्फबारी जारी है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान ठंड और बढ़ सकती है।

औली, जो उत्तराखंड का मशहूर पर्यटन स्थल और स्की रिजॉर्ट है, एक बार फिर बर्फ की चादर में लिपट गया है। यहां आधा फीट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है, जिससे पेड़, मकान और रास्ते सबकुछ सफेद दिखाई दे रहे हैं। क्रिसमस और वीकेंड की छुट्टियों के चलते पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। स्थानीय होटल व्यवसायियों के लिए यह बर्फबारी किसी तोहफे से कम नहीं है। औली की वादियों में बर्फ की यह बहार सैलानियों के लिए एक अनोखा अनुभव बन गई है।

जम्मू-कश्मीर में भी मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। पीर पंजाल और सोनमर्ग जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में तेज बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग ने कई अन्य क्षेत्रों में भी अलर्ट जारी किया है। इन दिनों कश्मीर में तापमान लगातार गिर रहा है। श्रीनगर में रविवार की रात माइनस 3.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मशहूर डल झील का पानी जमने लगा है। पहलगाम का तापमान माइनस 5 डिग्री तक गिर गया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है।

बर्फबारी से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है, वहीं स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। आवागमन में बाधाएं, बिजली आपूर्ति में रुकावट और ठंड के चलते राहत कार्यों को तेज किया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में बर्फबारी का यह दौर एक ओर जहां रोमांचक दृश्य प्रस्तुत कर रहा है, वहीं दूसरी ओर सामान्य जीवन को प्रभावित कर रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में और भी कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। ऐसे में प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

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