फिल्म--मॉम
रेटिंग --3/5
स्टारकास्ट--श्रीदेवी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अक्षय खन्ना, अदनान सिद्दीकी, सजल अली, अभिमन्यु सिंह
डायरेक्टर--रवि उदयावर
प्रोड्यूसर--बोनी कपूर, सुनील मनचंदा, मुकेश तलरेजा
म्यूजिक--एआर रहमान
जॉनर--थ्रिलर ड्रामा
जी हां एक बार फिर से हवा हवाई गर्ल श्रीदेवी की 300 वीं फिल्म 'मॉम' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. बता दे की तकरीबन पांच सालो के बाद एक बार फिर से श्रीदेवी के दमदार अभिनय से सजी फिल्म मॉम आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. श्रीदेवी के साथ साथ फिल्म में हमे नवाजुद्दीन सिद्दीकी व अक्षय खन्ना भी नजर आ रहे है. तो आइये जानते है किसी है यह फिल्म...
कहानी
फिल्म की कहानी शुरू होती है देवकी यानि की 'श्रीदेवी' से जो के एक स्कुल में टीचर है व उनकी एक बेटी है जिसका नाम है आर्या 'सजल अली' जो के उसी स्कुल में पढ़ती है जहां पर श्रीदेवी बच्चो को पढ़ाती है. फिर स्कुल का ही एक मोहित नाम का लड़का जो के देवकी की बेटी आर्या को गंदी नजरो से देखता है व एक दिन मोहित नाम का यह स्टूडेंट आर्या को गंदे मैसेज भेजता है. फिर जब आर्या यह बात अपनी माँ को बताती है तो वह क्रोधित हो जाती है व टीचर देवकी मोहित को क्लास में सजा देती है.
जिसके चलते वह देवकी की बेटी आर्या से बदला लेने का मन बना लेता है. फिर कुछ दिनों के बाद वेलेंटाइन्स डे की पार्टी में उस बेइजत्ती का बदला लेने के लिए मोहित अपने दोस्तों के साथ आर्या का बलात्कार कर देता है व उसी हालत में मोहित आर्या को गटर में ले जाकर फेंक देता है. बाद में मोहित कोर्ट से बरी हो जाता है. लेकिन मां होने के नाते इस दुष्कर्म का बदला लेने के लिए देवकी अब डिटेक्टिव डीके 'नवाजुद्दीन सिद्दीकी' की मदद लेने लगती है. पुलिस अफसर फ्रांसिस 'अक्षय खन्ना' भी अलग अवतार में दिखाई देते हैं. इस तरह से देवकी कैसे अपनी बेटी के आरोपी को सजा दिलाती है इसके लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा.
डायरेक्शन
बॉलीवुड में देखा जाए तो पहली बार फिल्म को डायरेक्ट कर रहे रवि उदयावर का काम बेहतरीन है उन्होंने बढ़िया डायरेक्शन किया है साथ ही सिलसिलेवार घटनाओं की सिनेमेटोग्राफी बढ़िया है. फिल्म की कहानी कमजोर है और कोई नई बात नहीं है. इस तरह की पूर्व में भी फिल्मे बन चुकी है. कहानी पर और भी ज्यादा काम किया जाना चाहिए था.
स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस
फिल्म में सभी ने अपना अपना दमदार प्रदर्शन किया है खासकर के सजल अली ने बेटी के रूप में अच्छा काम किया है तो वहीं नवाजुद्दीन सिद्दीकी के क्या कहने वह जिस फिल्म में होते है जान डाल देते है. फिल्म में अक्षय खन्ना एक बार फिर से सहज अवतार में नजर आते हैं. श्रीदेवी की परफॉरमेंस बहुत ही बेहतरीन है और एक मां के रूप में उन्होंने गजब की एक्टिंग की है.
म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक ठीक ठाक है. गाने और बेहतर हो सकते थे हालांकि बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है.
देखें या नहीं
अगर आप अभिनेत्री श्रीदेवी व नवाजुद्दीन सिद्दीकी के दीवाने मस्ताने है तो एक बार फिल्म देख सकते हैं.